पंजाबी सिंगर और एक्टर दिलजीत दोसांझ आज की तारीख में GOAT परफोर्मर माने जाते हैं यानी Greatest Of All Time. उनका हर नया गाना लोगों की जुबान पर चढ़ जाता है। हालांकि उनके लिए ये मुकाम हासिल करना कोई आसान काम नहीं था। जब बचपन में उनकी उम्र के बच्चे गिल्ली डंडे या कंचे खेल रहे थे, अपने मां-पिता के साथ बचपन जी रहे थे, तब दिलजीत ने अपना घर छोड़ दिया था।
दिलजीत दोसांझ की पैदाइश साल 1984 की है और 11 साल की उम्र में उनके मामा उन्हें अपने साथ लुथियाना शहर ले गए थे। उनके मामा ने दिलजीत के पैरेंट्स से कहा कि उन्हें उनके साथ भेज दें। पैरेंट्स ने दिलजीत से पूछा भी नहीं और कहा कि ले जाओ। हालांकि मामा ने पूछा भी कि बच्चे से भी पूछ लिया जाए कि वो जाना चाहता या नहीं। लेकिन पैरेंट्स ने कहा कि नहीं आप ले जाए। दिलजीत अपने एक पॉडकास्ट में बताते हैं कि उनके मां बाप चाहते थे कि बेटा गांव से निकलकर कामयाब हो जाए।
दिलजीत चले तो गए और लुधियाना जाकर पढ़ने लिखने के लिए स्कूल जाने लगे। लेकिन तभी उनका हर रिश्ते से मोह हट गया था। वो अपने पैरेंट्स की पूरी इज्जत करते हैं लेकिन उनका कहना है कि उस वक्त उनका अपने पैरेंट्स से कनेक्शन टूट गया था। जैसा कि दिलजीत अपनी फैमिली के बारे में इंटरव्यू में नहीं बोलते हैं, उन्होंने यहां भी इससे आगे कुछ नहीं कहा।
दिलजीत ने बताया कि उनकी किशोर अवस्था कब निकल गई उन्हें पता ही नहीं चला। 18 साल की उम्र में उनकी पहली एल्बम आ गई थी।
ये भी पढ़ें: OTT Release: 9 अगस्त को होगी कार्तिक और तापसी की टक्कर, देखें लिस्ट
2020 के बाद बदल गए दिलजीत
दिलजीत ने बताया कि कोरोना के समय से उनकी जिंदगी पूरी तरह से बदल गई। वो अब अपने आप को एक दूसरा ही इंसान समझते हैं। उन्होंने कहा कि जो चीजें उन्होंने उस समय फील की और जो लाइफ अकेले रह कर देखी वो बहुत अलग थी। कोरोना के टाइम में वो मुंबई में ही फंस गए थे। दिलजीत कहते हैं कि सैल्यूट है उन लोगों को मुंबई की ऐसी टफ लाइफ में जी रहे हैं।
2020 में उन्होंने अपनी जिंदगी में योग शामिल किया जिससे उनकी जिंदगी में बहुत बदलाव आए। उन्होंने कोरोना में ही यूट्यूब से देखकर खाना बनाना भी सीखा और आज वो कहते हैं कि उनसे जो मर्जी देसी खाना बनवा लो।
ये भी पढ़ें: हाउसफुल 5 में हुई ‘खेल खेल में’ एक्टर की एंट्री, अक्षय के साथ लगेंगे हंसी के ठहाके